Sunday, March 20, 2011

जो इंटरव्यू नकली निकला



होली पर मैं भांग के नशे में दिनदिहाड़े पीएम का इंटरव्यू ले आया....पता नहीं प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की जगह मैंने किस से बातचीत कर ली। होश आते ही इंटरव्यू तो नकली साबित हो गया, लेकिन कुछ प्रश्र अब भी मेरे जहन में सच से लग रहे हैं। प्रस्तुत हैं इंटरव्यू की कुछ पिचकारियां:

1 आपको सोनिया गांधी के हाथों की कठपुतली माना जाता है। आपको बुरा नहीं लगता?
बुरा क्या लगना? मुझे लगता है हमारे देश से कठपुतली कला गायब होती जा रही है। ऐसे में कोई तो चाहिए, इस कला को जिंदा रखने वाला। मैं बस, ऐसा ही करने की कोशिश कर रहा हूं।

2 देशवासियों को महंगाई से कब छुटकारा मिलेगा?
मेरे हिसाब से देशवासियों को महंगाई से परेशान नहीं होना चाहिए। थोड़े दिनों में उन्हें इसकी आदत हो जाएगी। मैं आजकल ज्योतिष सीख रहा हूं। सोनिया जी इटली से इसकी एक किताब लाई हैं। जल्द ही ज्योतिष सीखकर इसका हल बताऊंगा।

3 क्या आपने राहुल गांधी को बतौर पीएम बनाने के लिए कोई रणनीति बनाई है?
मैंने राहुल गांधी के लिए साफ राजनीतिक रास्ता बनाने की खातिर उनके रास्ते से बोफोर्स का कांटा पूरी तरह से निकाल दिया है। संसद में उनके हिमायतियों की भर्ती जारी है। मुलायम सिंह और लालू प्रसाद यादव से उनकी दोस्ती हो गई है। सुषमा स्वराज से बातचीत चल रही है। जैसे ही जयललिता और मायावती उनके प्रीतिभोज में शामिल हो जाएंगी, उनकी ताजपोशी की तारीख भी तय कर दी जाएगी।

4 सीडब्ल्यूजी और 2जी स्पैक्ट्रम घोटालों के बारे में क्या कहेंगे? 
इन दोनों मामलों ने देश को दुनिया में और मशहूर किया है। देशवासियों को चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। इनमें से किसी ने भी इतने बड़े घोटाले को नहीं छुआ है, जो पूरे बजट को ही डकार जाए।

5 करुणानिधि से साफगोई करना क्या यह सुविधा की राजनीति नहीं है?
मैं इकॉनोमिक्स का स्टूडेंट रहा हूं। मैं ऐसा कोई कदम नहीं उठाना चाहता, जिस कारण देश को चुनावों का भार झेलना पड़े। मैंने देश के हित में अर्थतंत्र पर भी खास ध्यान दिया है।


4 मल्टीनेशनल कंपनियोंं ने देश के छोटे उद्योगों को लगभग खत्म कर दिया है। आप क्या सोचते है?

भारत में 'अतिथि देवो भव:Ó की परंपरा है। अच्छी बात है कि अभी भी इसका निर्वाह हो रहा है। विदेशी कंपनियां यहां आई हैं, तो उनका वेलकम तो करना ही पड़ेगा। छोटे उद्योगों से तो देश के कर्जे भी चुकता नहीं हो सके।


7 क्या आप भी स्वामी रामदेव की तरह विदेश में जमा काले धन को वापस लाने के हक में हैं? 
मैं कभी नहीं चाहूंगा कि काला धन वापस आए। देश के बैंकों में वैसे ही कस्टमर्स की भीड़ रहती है। बाबू लोग काम नहीं करते। अगर ये पैसा भी आ गया तो आम आदमी को पैसे जमा करवाने के लिए ही कई दिनों तक लाइनों में खड़ा रहना पड़ेगा।

8 पाकिस्तान के साथ संबंध बेहतर बनाने के बारे में आपने क्या सोचा है?
मुझे लगता है टेबल टॉक की बजाय वहां स्टेज शो करवाने चाहिए। मुन्नी और शीला को भेजने का प्लान है। वीना मलिक इनके साथ गेस्ट अपीयरेंस देंगी।

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